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कहने को सब ..!!!

नवम्बर 3, 2009

कहने को सब यहाँ,अपने खास खास ,
रिश्ते हैं ये मतलब के बाकी सब बकवास

मतलब हो तोतुमभीआपहोजाता है ,
नही तो रिश्ता रिसतेरिसते रिस जाता है

मतलब होतो खून का कोई नही है भेद ,
नही तो अपना खून भी हो जाय सफ़ेद

मतलब हो तो दिख जाए हो चाहे जितनी दूर ,
पलकों के नीचे दिखे ,लाख कोशिस करो हजूर

कमलेशमतलब से करो ,प्यार प्रेम परिहास ,
मतलबखोलो फालतू ,जहाँ हो अति विस्वास